गणतंत्र दिवस के नारे
गणतंत्र दिवस के नारे
स्वतंत्रता तब तक स्वतंत्रता नहीं है जब तक कि ये सभी को बराबर अधिकार प्रदान न करे।
सही अर्थों में दासता स्वतंत्रता से अच्छी है, कम से कम ये सभी के साथ एक जैसा तो व्यवहार करती है।
स्वतंत्रता कुछ भी नहीं है, इसलिये दिखाई नहीं देती सिर्फ महसूस की जाती है।
स्वतंत्रता किसी भी शासक से आजाद होना नहीं है बल्कि सभी बंधनों से मुक्त होना है चाहे वो शारीरिक, सामाजिक, राजनीतिक, मानसिक या बौद्धिक ही क्यों न हो।
स्वतंत्रता वो धन है जो मनुष्य को शारीरिक, मानसिक सामाजिक और मनोवैज्ञानिक तौर पर खुश करता है।
एक युवा होने के नाते हमें केवल एक सत्य में विश्वास में करना चाहिये कि हम देश का भाग्य बदलने की ताकत है।
राष्ट्रीय ध्वज के रंगों को मत देखों, बस केवल इसके पीछे छिपे अर्थ को महसूस करो।
हम लोकतांत्रिक देश में रहने पर गर्व महसूसस करते हैं, हांलाकि क्या हम लोकतंत्र का वास्तविक अर्थ जानते हैं?
हम शासकीय प्रणाली आजाद हो चुके हैं, किन्तु अभी भी भ्रष्टाचार और आतंकवाद से शासित है।
हम मंगल ग्रह तक अपनी पहुँच बनाने में सफल हो गये पर अपनी संकीर्ण मानसिकता में आज भी जकड़े हुये हैं।
हम अंतरिक्ष में नये आसियाने की खोजो में लगे हैं पर पृथ्वी पर बसे हुये पुराने आसियाने को उजाड़ रहे हैं।
हम आजादी पाने के लिये छटपटाते हैं और मिलने पर उसका सही अर्थ नहीं समझ पाते हैं।
हम विदेशी शासकों से तो आजाद हो चुके हैं पर अपने राजनेताओं के जातिवाद और क्षेत्रवाद में उलझे हुये हैं।
वास्तविक अर्थ में, स्वतंत्रता बिमारियों, लालच और मानसिक गंदगी से आजाद होना है।
स्वतंत्रता की वास्तविक स्थिति वो है जहाँ एक अपनी पाँचो ज्ञानेद्रियों को अपने वश में कर लेता है।
चलो, इस गणतंत्र दिवस पर एक स्वप्न देखे: एक राष्ट्र, एक उद्देश्य और एक पहचान।
भारतीय होना हमारी पहचान है, हांलाकि गणतंत्र होना हमारे देश की पहचान है।
तिरंगा, जिससे हम गणतंत्र दिवस पर फहराते हैं, हमारी आजादी का संकेतक है।
67वाँ गणतंत्र दिवस मनाना हमारा सौभाग्य है।
इस गणतंत्र दिवस पर अन्तिम सांस तक देश के लिये जीने की एक प्रतिज्ञा लेते है।
यदि आप स्वतंत्रता से जीना चाहते हो तो अपने देश को प्यार करो!
यदि आप वास्तविक अर्थों में स्वतंत्रता चाहते हो तो, गंदगी, प्रदूषण और ग्लोबल वार्मिंग से आजाद हो।
हमारे पूर्वजों ने हमें गणतंत्र देश दिया है, लेकिन; क्या हम अपने आगे आने वाली पीढ़ी को प्रदूषण मुक्त राष्ट्र देने में सक्षम होंगे।
भारत को गणतंत्र देश बनाना हमारे पूर्वजों का सपना था और; हमारा सपना साफ और हरा-भरा भारत होना चाहिये।
गणतंत्र दिवस एक राष्ट्रीय कार्यक्रम है जब भारत की शक्ति, संस्कृति और एकता प्रदर्शित होती है।
चलो, गणतंत्र दिवस की तरह स्वच्छ भारत दिवस मनायें।
चलो, गणतंत्र भारत में विकास का स्वागत करें।
हम 1950 से गणतंत्र दिवस मना रहें हैं लेकिन 2019 तक स्वच्छ भारत दिवस मनाने को सुनिश्चित करें।
चलो, इस साल गणतंत्र दिवस स्वच्छ भारत, विकलित भारत के उद्देश्य से मनायें।
हम अपने असली हीरों के कारण 67वाँ स्वतंत्रता दिवस मनाने पर गर्व महसूस करते हैं।
देश में स्वतंत्रता बनाये रखने के लिये अपनी जिम्मेदारियों को वफादारी के साथ निर्वहन करें।
देश के लिये अपने कर्तव्यों के प्रति वफादार बनें।
बच्चें बचाओं, राष्ट्र बचाओं।
बाल-श्रम को रोको और देश के विकास को सुनिश्चित करो।
बेटी पढ़ाओं, राष्ट्र को विकसित बनाओं।
देश के सशक्तिकरण के लिये महिला सशक्तिकरण करो।
स्वच्छ भारत, हरा भारत, प्रदूषण मुक्त भारत।
स्वतंत्र भारत, गणतंत्र भारत, चलो, इसे हम विकसित भारत बनायें।
स्वच्छ भारत, विकसित भारत, गणतंत्र भारत का बस यही उद्देश्य है।
भारत का भविष्य बदलने के लिये, बच्चों को बचाओ, महिलाओं को बचाओ।
स्वच्छ भारत, विकसित भारत, वास्तव में एक अविश्वसनीय भारत हो जाएगा।
चलो, 67वें स्वतंत्रता दिवस पर असली नायकों को सलाम करें।
भारत हमारा घर है; चलो, इसे अपने युवाओं के लिये इसे स्वच्छ और हरा भारत बनायें।
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