श्री लोकमान्य टिळक नारे/कविता
बाल गंगाधर तिलक के अनमोल वचन/ नारे ।
(23 जुलाई ,1856 – 1 अगस्त, 1920)
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“आपके विचार सही, लक्ष्य ईमानदार और प्रयास संवैधानिक हों तो
मुझे पूर्ण विश्वास है कि, आपकी सफलता निश्चित है.” — बाल गंगाधर तिलक
Quote 1. : Swaraj is my birthright, and I shall have it!
— Bal Gangadhar Tilak
In Hindi : स्वराज मेरा जन्मसिद्ध अधिकार है, और मैं इसे लेकर रहूँगा !
— बाल गंगाधर तिलक
Quote 2. : Progress is implied in independence. Without self-government neither industrial progress is possible, nor the educational scheme will be useful to the nation…To make efforts for India’s freedom is more important than social reforms.
— Bal Gangadhar Tilak
In Hindi : प्रगति स्वतंत्रता में निहित है. स्वशासन के बिना न औद्योगिक प्रगति संभव है, और न ही शैक्षिक योजना … राष्ट्र के लिए उपयोगी होगी… भारत की आजादी के लिए प्रयास करना सामाजिक सुधारों से ज्यादा महत्वपूर्ण है.
— बाल गंगाधर तिलक
Quote 3. : If God is put up with untouchability, I will not call him God.
— Bal Gangadhar Tilak
In Hindi : अगर भगवान अस्पृश्यता बर्दाश्त करता है, तो मैं उसे भगवान नहीं कहूँगा.
— बाल गंगाधर तिलक
Quote 4. : It may be providence’s will that the cause I represent may prosper more by my suffering than by my remaining free.
— Bal Gangadhar Tilak
In Hindi : ईश्वर की यही इच्छा हो सकती है कि मैं जिस उद्देश्य का प्रतिनिधित्व करता हूँ वो मेरे आजादी में रहने से ज्यादा मेरी पीड़ा में अधिक समृद्धि हो.
— बाल गंगाधर तिलक
Quote 5. : …for destroying the harmony in the villages by interfering on behalf of the peasants and betraying the money lender. (His Criticism and opposition to the Agriculturist Relief Act 1879)
— Bal Gangadhar Tilak
In Hindi : … गांवों में सद्भाव को नष्ट करने के लिए किसानों के नाम पर हस्तक्षेप और साहूकार के साथ धोखा है. (Agriculturist Relief Act 1879 के विरोध में आलोचना)
— बाल गंगाधर तिलक
Quote 6. : A good newspaper is a words talking to itself.
— Bal Gangadhar Tilak
In Hindi : एक अच्छे अखबार के शब्द अपने आप बोल देते हैं.
— बाल गंगाधर तिलक
Quote 7. : Life is all about a card games Choosing the right cards is not in our hands, but play with the cards in hand, determine our success.
— Bal Gangadhar Tilak
In Hindi : जीवन एक ताश के खेल की तरह है, सही पत्तों का चयन हमारे हाथ में नहीं है, लेकिन हमारी सफलता निर्धारित करने वाले पत्ते खेलना हाथ में है.
— बाल गंगाधर तिलक
Quote 8. : It is true that lack of rain causes famine but it is also true that the people of India have not the strength to fight the evil.
— Bal Gangadhar Tilak
In Hindi : यह सच है कि बारिश की कमी के कारण अकाल पड़ता है, लेकिन यह भी सच है कि भारत के लोगों में इस बुराई से लड़ने के ताकत नहीं है.
— बाल गंगाधर तिलक
Quote 9. : The poverty of India is wholly due to the present rule.
— Bal Gangadhar Tilak
In Hindi : भारत की गरीबी पूर्ण रूप से वर्तमान सरकार के कारण है.
— बाल गंगाधर तिलक
Quote 10. : Can not find what others are better than you, beat your own records every day, because success is a fight between you and self.
— Bal Gangadhar Tilak
In Hindi : आप यह मालुम नहीं कर सकते कि दूसरों में आप से बेहतर क्या है, हर दिन आप अपने रिकॉर्ड तोड़ो, क्योंकि सफलता आपके और खुद के बीच लड़ाई में निहित है.
— बाल गंगाधर तिलक
Quote 11. : India is being bled till only the skeleton remains…all the vitality of the people is being sapped and we are left in an emaciated state of slavery.
— Bal Gangadhar Tilak
In Hindi : भारत को लहूलुहान किया जाता रहेगा जब तक केवल कंकाल अवशेष रहे… लोगों की पूरी जीवन शक्ति सोख ली जाती है और हमें गुलामी की एक क्षीण अवस्था में छोड़ दिया जाता है.
— बाल गंगाधर तिलक
Quote 12. : You will never reach your required destination, if you stop and throw stones at every dog that barks. Better keep biscuits and move forward.
— Bal Gangadhar Tilak
In Hindi : अगर आप रुके और हर भौंकने वाले कुत्ते पर पत्थर फेंकेंगे तो आप कभी अपने गंतव्य तक नहीं पहुंचेंगे. बेहतर होगा कि हाथ में बिस्कुट रखें और आगे बढ़ते जायें.
— बाल गंगाधर तिलक
Quote 13. : We spend our days waiting for the right path to appear in front of us, but what we forget thatpaths are made for walking, not for waiting.
— Bal Gangadhar Tilak
In Hindi : हम हमारे सामने सही रास्ते के प्रकट होने के इंतजार में अपने दिन खर्च करते हैं, लेकिन हम भूल जाते हैं कि रास्ते इंतजार करने के लिए नहीं, बल्कि चलने के लिए बने हैं.
— बाल गंगाधर तिलक
मराठी मे एक कहावत है – घोड़ा अड़ा क्यों ? पान सड़ा क्यों ? और रोटी जली क्यों ? इन सबका एक ही उत्तर है – पलटा ना था. लोहे पर चोट तब कीजिये जब लोहा गरम हो, आपको निश्चत ही सफलता मिलेगी.
— बाल गंगाधर तिलक
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श्री बाल गंगाधर टिळक मराठी कविता :
स्वराज्य हक्क माझा, फुकट नाही हक्काचा|
करी गर्जना केसरी, टिळक बाळ गंगाधरी||
लेखणीचे धनुष्य हाती, शब्दांचे बाण भाती|
करिता नमन शब्दास्त्रे, शब्द होती ब्रह्मास्त्रे||
शब्दास्त्रे इंग्रजा रक्त भळ-भळ|
केसरी गर्जने थरकाप, अंग कापे चळ-चळ||
नरसिंहा नमवण्या नाना क्लृप्त्या शक्कले|
राजद्रोह देशद्रोह चालती, भरती अनेक खटले||
नरकेसरी मजेत डौलत, जाई तुरुंगा सुहास्य|
अंधार कोठडी, ज्ञान उजेड दाखवी गीतारहस्य||
अश्या नरा १ ऑगस्ट दिनी आदरांजली|
स्वराज्याच्या घोषणेला स्मरून अर्पण श्रद्धांजली||
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श्री बाल गंगाधर तिलक हिंदी कविता !
तिलक बाल गंगाधर! तुमको,
शत-शत बार प्रणाम हमारा।
पराधीनता के बंधन में,
बंदी थी जब भारतमाता।
तुमने तन-मन-धन अर्पित कर,
देश-प्रेम से जोड़ा नाता।।
स्वतंत्रता अधिकार जन्म से,
दिया यही जन-जन को नारा।
तिलक बाल गंगाधर! तुमको,
शत-शत बार प्रणाम हमारा।।
आजादी के घोर युद्ध में,
बने एक अविचल सेनानी।
लड़े अनय अत्याचारों से,
हार नहीं जीवन में मानी।।
सुन सन्देश क्रांति का तुमसे,
जाग उठा था भारत सारा।
तिलक बाल गंगाधर! तुमको,
शत-शत बार प्रणाम हमारा।।
तुमने गीता का रहस्य भी,
बड़ी सरलता से समझाया।
मिटा अविद्या-अंधकार को,
नवल ज्ञान का दीप जलाया।।
युग-युग तक सारी दुनिया में,
अमर रहेगा नाम तुम्हारा।
तिलक बाल गंगाधर! तुमको,
शत-शत बार प्रणाम हमारा।।
साभार- देवपुत्र
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